राम नगरी में आईएसआई की गहरी साजिश का पर्दाफाश! - यूट्यूबर बनी जासूस

प्राण प्रतिष्ठा के अगले ही दिन अयोध्या पहुँची थी हरियाणा की ज्योति मल्होत्रा, प्रमुख मंदिरों और घाटों का रिकॉर्ड किया था संदिग्ध वीडियो

लेखक: अतुल अवस्थी | तारीख: $post.date$

अयोध्या। अयोध्या जैसे धार्मिक और राष्ट्रीय महत्व के शहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। हरियाणा की एक यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। खास बात यह है कि ज्योति राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अगले ही दिन अयोध्या पहुँची थी और उसने धार्मिक स्थलों की रेकी करते हुए वीडियो बनाए थे। सुरक्षा एजेंसियां अब इसे बेहद गंभीर खतरे के रूप में देख रही हैं।

राम मंदिर के बाद अयोध्या पहुँची 'जासूस यूट्यूबर

23 जनवरी 2024 को जब पूरा देश राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक क्षणों की गूंज में था, उसी समय ज्योति मल्होत्रा अयोध्या पहुँची और उसने हनुमानगढ़ी, कनक भवन, सरयू तट, नया घाट जैसे स्थानों का वीडियो बनाया। इन वीडियो को उसने अपने यूट्यूब चैनल पर धार्मिक यात्रा के रूप में दिखाया, लेकिन अब जांच एजेंसियों को इसमें बड़ी साजिश की बू आ रही है।

धार्मिक यात्रा नहीं, खुफिया रेकी थी मकसद?

प्रारंभ में इसे सामान्य यात्रा समझा गया, लेकिन अब एजेंसियां मान रही हैं कि यह आईएसआई के निर्देश पर किया गया एक खुफिया ऑपरेशन था। रिपोर्ट्स के अनुसार, ज्योति अयोध्या में कई दिनों तक रुकी और उसने ऐसे क्षेत्रों में सक्रियता दिखाई, जो उच्च सुरक्षा श्रेणी में आते हैं। मंदिरों की सुरक्षा, कैमरों की स्थिति और स्थानीय गतिविधियों की जानकारी जुटाना उसके मकसद में शामिल था।

सीसीटीवी फुटेज से जोड़े जा रहे हैं सुराग

जैसे ही यह जानकारी सामने आई, अयोध्या पुलिस ने होटलों, मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए। अधिकारियों का फोकस यह जानने पर है कि वह किन लोगों के संपर्क में थी और क्या किसी स्थानीय व्यक्ति ने अनजाने में उसकी सहायता की? इसके अलावा उसके पास मौजूद उपकरणों की जांच भी चल रही है।

हरियाणा पुलिस की कस्टडी में चल रही पूछताछ

फिलहाल ज्योति मल्होत्रा हरियाणा की हिसार पुलिस की कस्टडी में है। उसके साथ आईबी, एनआईए और क्राइम ब्रांच की टीमें गहन पूछताछ कर रही हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह न सिर्फ पाकिस्तानी एजेंसी के लिए भारत में रेकी कर रही थी, बल्कि यूट्यूब चैनल के माध्यम से पाकिस्तान के पक्ष में दुष्प्रचार भी कर रही थी। बताया जा रहा है कि उसका संपर्क भारत में मौजूद पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारियों से भी था।

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए खतरे की घंटी

इस पूरे घटनाक्रम ने सुरक्षा एजेंसियों को एक बार फिर सचेत कर दिया है। यह घटना दिखाती है कि अब दुश्मन देश सोशल मीडिया और धार्मिक पर्यटन जैसे रास्तों को अपना हथियार बना रहे हैं। अयोध्या जैसे धार्मिक और संवेदनशील शहर में ऐसी साजिश का उजागर होना, यह बताता है कि देश की सुरक्षा के लिए और सख्ती की जरूरत है।

ज्योति मल्होत्रा के जरिए आईएसआई की यह चाल देश की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती थी। लेकिन समय रहते इस पर कार्रवाई हो गई। अब जरूरत है कि ऐसे मामलों में सतर्कता और डिजिटल निगरानी को और मजबूत किया जाए।


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